आज मुरादाबाद मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रांतीय अधिवेशन में राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कांग्रेस और वामपंथी दलों पर जमकर हमला बोला। सीएए के विरोध को हवा देने वाली कांग्रेस को अपने ही पूर्वजों का विरोधी बताते हुए कहा कि जो अपने पूर्वजों के नहीं हो सके वे देश के क्या होंगे। जेएनयू में अध्ययनरत निधि त्रिपाठी ने आगे कहा कि राहुल गांधी पर टिप्पणी करने वाले एक प्रोफेसर को अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेज दिया जाता है। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर याकूब मेमन और अफजल के समर्थन में नारे लगाए जाते हैं। कांग्रेस के सीएए के विरोध में माहौल बनाने का ही ये असर है कि मासूम बच्चे कह रहे हैं कि हमें सीएए और एनआरसी से आजादी चाहिए। ये वे बच्चे हैं जिन्हें सीएए के बारे में पता तक नहीं है। अंग्रेजों की गुलामियत कराने का मंसूबा रखने वाली कांग्रेस की सोच कभी देश के विकास की नहीं रही। जेएनयू की घटना पर वामपंथी दलों पर हमला बोलने के साथ ही मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाते हुए घटना को गलत ढंग से प्रस्तुत करने पर डिजाइनर पत्रकारों की संज्ञा दी। जेएनयू में हुए प्रकरण के लिए वामपंथी छात्र दलों को दोषी बताते हुए महिला प्रोफेसर को बंधक बनाकर रखने की घटना का खुलासा करते हुए मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाए।
एबीवीपी के प्रांतीय अधिवेशन में सीएए और एनआरसी विरोध पर बोला हमला
• Subodh Bhatt